Friday 29 May 2020

महासमुंद में मिला कोरोना पॉजिटिव

रायपुर
आज 5 नए कोरोना पाज़िटिव मरीज़ों की पहचान की गई, जिला बिलासपुर से 2 व जगदलपुर, महासमुंद व दुर्ग से 1-1मरीज। कल रात्रि मुंगेली जिले से 1 कोरोना मरीज़ की पहचान की गई थी। राज्य में कुल संख्या 321हो गई मरीजों की संख्या।

Sunday 24 May 2020

छत्तीसगढ़ में 35 और नए कोरोना संक्रमित मिले, मलकानगिरी में 10 पॉजिटिव मिले

0 प्रदेश में अब 184 हुए एक्टीव मरीज
0 भारत में दोपहर तक 31 की मौत
रायपुर
छत्तीसगढ़ में कोरोना वॉयरस का फैलना जारी है। रविवार को कोरोना वॉयरस से संक्रमित 35 और नए केस सामने आए। इनमें बिलासपुर, सरगुजा, बेमेतरा, गरियाबंद और कोरिया के एक-एक मरीज शामिल हैं। दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के सुकमा से लगे मलकानगिरी में 10 कोरोना संक्रमित मिले हैं। इनमें एक महिला स्वास्थ्यकर्मी और 1 साल का बच्चा भी संक्रमित बताया जा रहा है। इस कारण सुकमा और मलकानगिरी मार्ग को सील कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि शनिवार को प्रदेश में 44 कोरोना पॉजिटीव मिले थे। इनमें बिलासपुर के सिम्स अस्पताल में एक जूनियर डॉक्टर भी संक्रमित पाया गया है। राज्य में कुल 184 कोरोना संक्रमित अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती किए गए हैं।
देश की स्थिति
दूसरी भारत में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 1 लाख 32 हजार से अधिक हो गई है। इनमें 54 हजार 441 ठीक हो गए हैं। वहीं कोरोना वॉयरस से मरने वालों की संख्या  3 हजार 867 हो गई है। मरने वालों की संख्या एक ही दिन में 137 हो गई है। दूसरी ओर नए मरीज मिलने की रफ्तार भी बढ़ी है। रविवार दोपहर 3 बजे तक पूरे देश में 31 लोगों की मौत कोरोना वॉयरस के चलते हो चुकी है।
विदेशों में कोरोना
कोरोना वॉयरस के संक्रमण से पूरी दुनिया प्रभावित है। पूरी दुनिया में रविवार दोपहर तक कुल 54 लाख 26 हजार 434 लोग कोरोना वॉयरस से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 3 लाख 44 हजार 405 लोगों की मौत हो चुकी है। और 22 लाख से ज्यादा लोग इलाज के बाद ठीक हो गए हैं। सबसे ज्यादा अमेरिका में 16 लाख 66 हजार 829 लोग कोरोना से संक्रमित हैं। इनमें से 98 हजार 683 लोगों की मौत हो चुकी है। 
दोपहर 2 बजे तक इन देशों में मौत
ब्राजील-152
रसिया-153
इरान-58
भारत-31
मैक्सिको-190
बैलजियम-43
पाकिस्तान-32
बेलारूस-5
बांग्लादेश-28
यूएई-1
इंडोनेशिया-21
पोलैंड-2
यूक्रेन-12
रोमानिया-3
ऑस्ट्रिया-1
फिलिपींस-5
अफगानिस्तान-2
मालदीव-4
घाना-1
आरमेनिया-4
फिनलैंड-1
बोलविया-10
होंडरास-7
हंगरी-4
सूडान-9
गौटमाला-4
बुलगारिया-4
ईएल साल्वाडोर-2
स्लोवेनिया-1
तुसानिया-1
अलबानिया-1
हैती-1
शनिवार को सबसे ज्यादा मौंते यहां हुई
अमेरिका-1036
ब्राजील-965
मैकिस्को-479
रसिया-139
स्पेन-50
यूके-282
इटली-119
भारत-142
पेरू-129
कनाडा-105
सड्डू के युवक के संपर्क में आने वालो की रिपोर्ट नेगेटिव 
पिछले दिनों रायपुर के सड्डू में मिले कोरोना पॉजिटिव युवक के संपर्क में आये 35 लोगो की कोरोना जाँच निगेटिव आई है. युवक के पॉजिटिव मिलने के कारण उसके आसपास के लोगो को भी क्वारेंटाइन करते हुए जाँच के लिए सभी का सैंपल लिया गया था. 




Saturday 23 May 2020

छत्तीसगढ़ में महामारी का प्रकोप और बढ़ा, एक ही दिन में मिले 42 कोरोना मरीज

0 राजनांदगांव में सबसे ज्यादा 10 मरीज
0 प्रदेश में एक्टीव मरीजों की संख्या 150 हुई
0 एक सप्ताह में डेढ़ सौ हुए मरीज
रायपुर
छत्तीसगढ़ में कोरोना महामारी का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। शनिवार को ही 42 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। एक ही दिन में इतने सारे मरीज पहली बार मिले हैं। अब प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 150 हो गई हैं, जिनका अलग-अलग अस्पतालों में उपचार चल रहा है। इससे पहले शुक्रवार को भी 40 कोरोना संक्रमित मिले थे। और 17 मई को एक दिन में 16 मरीज मिले थे। इस तरह प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती ही जा रही है। शनिवार को मिले मरीजों के सैंपल पहले लिए गए थे। उनकी रिपोर्ट अब आई है। उल्लेखनीय है कि राज्य में प्रवासी मजदूरों के आने का सिलसिला जारी है। मजदूरों के अलावा अब विदेशों में बसे छत्तीसगढ़ के लोग भी लौट रहे हैं। इसके लिए भी तैयारी शुरू हो गई है। उनके लिए घरेलू विमान सेवा शुरू की जा रही है। एयरपोर्ट में इसकी तैयारी पूरी हो गई है।
कहां कितने नए मरीज मिले
राजनांदगांव-10
मुंगेली-9
बिलासपुर-8
कोरिया-4
रायगढ़-4
सरगुजा-3
जीपीएम-2
बलौदाबाजार-1
जशपुर-1
दो मरीज हुए डिस्चार्ज
एम्स में भर्ती बलौदाबाजार के दो मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया है। दोनों उपचार के लिए भर्ती थे। उनका स्वास्थ्य ठीक होने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। इनमें से एक 21 वर्ष और दूसरा 32 साल का युवक है। दोनों को 14 दिन तक होम क्वारेंटाइन में रहने के लिए कहा गया है।
विदेशियों के लिए 18 होटल तैयार
प्रवासी मजदूरों के बाद अब विदेशों से छत्तीसगढ़ लौटने वालों को लेकर चिंता है। विदेशों से छत्तीसगढ़ आने वालों के लिए शासन ने घरेलू विमान सेवा शुरू कर दी है। साथ ही उनके

लिए रायपुर के 18 होटलों को क्वारेंटाइन सेंटर के रूप में चिन्हित कर दिया गया है। विदेशों से आने वाले अपने खर्च पर इन होटलों में 14 दिन तक क्वारेंटाइन रह सकते हैं। इसके अलावा शासन की ओर से बने क्वारेंटाइन सेंटरों में भी रह सकते हैं। विदेशों से आने वालों की एयरपोर्ट में स्वास्थ्य परीक्षण होगा। उनसे पूरी जानकारी ली जाएगी। इसके बाद उन्हें जाने दिया जाएगा।
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प्रदेश में कोरोना के 5 नये मरीज मिले

रायपुर।
प्रदेश में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ना जारी है। शनिवार को 5 और नये मरीज मिले है। रायगढ़ जिले से 04 व जशपुर जिले से 01 कोरोना पॉजिटिव मरीज़ की पुष्टि हुई है । सभी मरीजों को रायगढ़ मेडिकल कॉलेज में भर्ती करने की प्रक्रिया जारी है। प्रदेश में अब सक्रिय मरीजों की संख्या 115 हो गई है।

Friday 22 May 2020

प्रदेश में एक ही दिन में 39 कोरोना मरीज मिले

रायपुर. 
प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. शुक्रवार को सुबह फिर 16 नये मरीज मिले थे. इसके बाद शाम तक 20 और कोरोना संक्रमित मिले। इससे मरीजों की संख्या 109 हो गई है. पिछ्ले 3 दिनो से रोज कोरोना के नये मरीज मिलते जा रहे हैं.शुक्रवार को मिले मरीजों में कुछ शासकीय कर्मचारियो के शामिल होने का पता चला है. अब प्रदेश में कुल ऐक्टिव मरीजों  की संख्या 109  हो गई है.
कहां कितने मरीज 
दुर्ग 2
कांकेर 5
बिलासपुर 10
रायगढ़ 5
राजनांदगांव 11
बालोद 18
कोरिया 1
कवर्धा 7
जांजगीर 12
बलौदाबाजार 12
गरियाबंद ( राजिम ) 4
सरगुजा 3
सूरजपुर 1
कोरबा 13
मुंगेली 3
रायपुर 1
बेमेतरा 1
बलरामपुर 1

Thursday 21 May 2020

छत्तीसगढ़ में तेजी से पैर पसार रहा कोरोना वॉयरस, रायपुर में फिर मिला संक्रमित

0 गुरुवार दोपहर तक 11 नए मरीज और मिले
0 बुधवार को एक ही दिन में मिले थे 14 मरीज
0 राजधानी रायपुर में मिला कोरोना संक्रमित
रायपुर

बाहर से आने वालों  की लापरवाही और शासन की अनदेखी लोगों पर भारी पड़ रही है । प्रवासी मजदूरों का सोशल डिस्टेंसिंग का पालन  नहीं होना और कोटा से लौटे विद्यार्थियों को पुरे 14 दिन क्वारेंटाइन न करने और उसकी निगरानी मेंं लापरवाही बरतने का खामियाजा सामने आ रहा है.इससे कोरोना संक्रमण का खतरा और बढ़ गया है। छत्तीसगढ़ में कोरोना वॉयरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। प्रदेश में गुरुवार को कोरोना संक्रमितों की संख्या 67
हो गई। दोपहर 12 बजे तक 11 नए कोरोना मरीज मिले। रायपुर के सड्ढू इलाके में भी 1 नया मरीज मिलने से हड़कंप मच गया है। इसके अलावा बालोद में 1, जांजगीर में 3, राजनांदगांव में 4 और सरगुजा व कांकेर में 1-1 मरीज मिले। इस तरह गुरुवार को दोपहर तक कुल 11 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। इससे पहले बुधवार को 14 नए मरीज मिले थे, जिनमें बालोद और बलौदाबाजार में 2-2, राजनांदगांव और रायगढ़, सरगुजा में 1-1, मुंगेली में 1 कोरोना पॉजीटिव मिले थे। देर शाम को बिलासपुर में कोरोना वॉयरस से संक्रमित 5 और लोगों का पता चला है। प्रदेश में अब तक कुल 126 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं, जिनमें से 59 ठीक हो चुके हैं।  
छात्रों का क्वारेंटाइन क्यों घटाया
राजस्थान के कोटा से लौटे छत्तीसगढ़ के 2 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राओं को शासन ने केवल 7 दिन क्वारेंटाइन में रखा गया। इसके बाद सभी को अपने-अपने घर भेज दिया गया। जबकि दूसरे लोगों को क्वारेंटाइन सेंटर में 14 और 21 दिन रखा जा रहा है।  लेकिन क्वारेंटाइन के नियमों को ठेंगा दिखाते हुए शासन ने इन विद्यार्थियों को उनके घर भेज दिया। अब इन्हीं में से राजिम की एक छात्रा कोरोना वॉयरस से संक्रमित पाई गई है। कोटा  से आने के बाद वह किस-किस स्थान पर गई और अपने कितने रिश्तेदारों से मिली? और मोहल्ले में कहां-कहां गई? इसकी जांच हो रही है। संक्रमित छात्रा की ही कोटा से लौटे अन्य छात्र-छात्राओं को लेकर भी आशंका बढ़ गई है। अब सवाल उठता है कि आखिर शासन ने सभी विद्यार्थियों को क्वारेंटाइन के नियमानुसार 14 या 21 दिन क्यों नहीं रखा? आखिर शासन की क्या मजबूरी थी? जो इतने सारे विद्यार्थियों को उनके घरों में वापस भेजा गया। इससे अब प्रदेश के आम लोगों के लिए खतरा बढ़ गया है।
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पैसे वालों के आगे झुकी सरकार
राजस्थान के कोटा में इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए होने वाली परीक्षाओं की तैयारी के लिए बड़ी संख्या में देशभर के छात्र-छात्राएं ट्यूशन करने जाते हैं। इसकी फीस लाखों रुपए होती है। अब लाखों रुपए फीस देकर ट्यूशन कराना प्रदेश के आम लोगों के बस की बात, तो है नहीं। इससे स्पष्ट है कि प्रदेश के नेताओं, अफसरों, कारोबारियों और पूंजीपतियों के बच्चे ही कोटा में ट्यूशन करने गए थे। कोरोना का संक्रमण फैला, तो उन विद्यार्थियों को सुरक्षित वापस लाने का दबाव बढ़ा। चूंकि उनमें ऐसे लोगों के बच्चे भी थे, जो सीधे शासन-प्रशासन में बैठे लोगों के थे। इस कारण सरकार ने रातोंरात उन विद्यार्थियों को लाने के लिए लग्जरी बसें भेज दीं। और 2 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राओं को वापस ले आए।
कोरोना वॉयरस ही नहीं अब कोरोना बीयर से भी लोग खा रहे खौफ
क्वारेंटाइन इसलिए नहीं किया
सूत्रों के मुताबिक विद्यार्थियों को प्रदेश में लाने के बाद उन्हें स्थानीय छात्रावासों में नियमानुसार पूरी अवधि तक क्वारेंटाइन करने का निर्णय लिया गया। विद्यार्थियों को उनमें  ठहराया गया, लेकिन सरकारी छात्रावासों में बाथरूम, पानी और बिजली की व्यवस्था देखकर रईसजादों को नींद नहीं आई। यह बात सरकार तक पहुंची। इसके बाद क्वारेंटाइन की अवधि केवल 7 दिन कर दिया गया, ताकि रईसजादों को किसी प्रकार की तकलीफ न हो। इसके बाद उन्हें उनके घर भेज दिया गया। गौर करने वाली बात है कि इन्हीं सरकारी छात्रावासों में हमारे प्रदेश के 90 फीसदी लोगों के बच्चे रहकर पढ़ाई करते हैं। और अपना भविष्य गढ़ते हैं। इन हॉस्टलों में रईसजादों के औलाद क्वारेंटाइन की अवधि भी नहीं बिता पाए।  इससे नेताओं और अफसरों के उन दावों की भी पोल खुलती है, जो सरकारी हॉस्टलों और स्कूलों को सर्वसुविधायुक्त और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर वाला होने का दावा करते हैं।
मजदूरों के आने के बाद बढ़ा ग्राफ
मार्च, अप्रैल और मई के दूसरे सप्ताह तक प्रदेश में कोरोना वॉयरस का संक्रमण नियंत्रित स्थिति में था, लेकिन अब तेजी से संक्रमण फैल रहा है। खासकर प्रवासी मजदूरों के घर लौटने के बाद से कोरोनो संक्रमितों का ग्राफ बढ़ा है। मजदूरों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है. दूसरी ओर क्वारेंटाइन को लेकर भी लोगों की लापरवाही सामने आ रही है। खासकर ग्रामीण इलाकों में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटरों की निगरानी नहीं हो पा रही है। मजदूर अपने रिश्तेदारों से मिल रहे है.  वहां खाने-पीने की व्यवस्था को लेकर लोगों की नाराजगी सामने आ रही है। इसी के चलते बिलासपुर के क्वारेंटाइन सेंटर में रहने वालों का विवाद भी हुआ था। 
रायपुर हो सकता है रेड जोन में
रायपुर अभी ऑरेंज जोन में था, लेकिन एक और मरीज मिलने से यह रेड जोन में चला जाएगा। उल्लेखनीय है कि इससे पहले कोरोना संक्रमित युवक कुकुरबेड़ा में मिला था, जिसके बाद से उस इलाके को सील कर दिया गया था। और रायपुर को आरेंज जोन में चला गया था। अब एक और मरीज मिलने से रेड जोन में शामिल हो जाएगा। हालाँकि इसकी घोषणा शासन ने अभी नहीं किया है.
अब तक कहां कितने मरीज मिले
जिला  मरीजों की संख्या
कोरबा-28
बालोद-14
जांजगीर-14
दुर्ग-10
राजनांदगांव-10
कबीरधाम-8
बलौदाबाजार-8
रायपुर-8
सूरजपुर-7
बिलासपुर-6
रायगढ़-5
सरगुजा-3
कोरिया-1
गरियाबंद-1
मुंगेली-1
कांकेर-1
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कोरोना का रायता और दर्द अपना-अपना-4



Sunday 17 May 2020

छत्तीसगढ़ में कोरोना के 16 नये मरीज मिले


रायपुर
छत्तीसगढ़ में के लिये बुरी खबर है। प्रदेश में कोरोना के 16 नये मरीज मिले हैं। सभी को मजदूर बताया जा रहा है। इससे स्वास्थ विभाग में हडकंप मच गया है। सभी मरीज ग्रामीण इलाके से हैं। अब एक्टिव पॉजिटिव मरीजों की संख्या 27 हो गई है।
नये मिले 16 मरीजों में बालोद में 7, बलौदाबाजार में 6, कवर्धा में 2 और राजिम से 1 हैं। सभी को एम्स लाया जा रहा हैं।
कहाँ के कितने मरीज
बालोद 11
कोरिया 1 
कवर्धा 2
जांजगीर 6
बलौदाबाजार 6
गरियाबंद ( राजिम ) 1

देश में चौथा लॉक डाऊन शुरू, 31 मई तक चलेगा

रायपुर
देश में चौथा लॉक डाऊन लागू हो गया है। यह 31 मई तक चलेगा। इसमें कुछ राहत दी गई है, लेकिन सभी सिनेमा हॉल, शॉपिंग मॉल, जिम, स्विमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, थिएटर, बार और ऑडिटोरियम, असेंबली हॉल और इसी तरह के स्थान 31 मई तक पूरे देश में बंद रहेंगे।
गृह मंत्रालय ने Lockdown4 की गाइडलाइंस जारी कर दी हैं। 31 मई तक फ्लाइट्स और मेट्रो ट्रेन नहीं शुरू होंगी। कन्टेनमेंट ज़ोन छोड़कर 2 राज्य आपसी सहमति से बस सेवा शुरू कर सकेंगे। लेकिन सिनेमा, मॉल और स्कूल.. ये सब अभी भी बंद रहेंगे।

प्रवासी मजदूरों के मामले में मरकाम पहले अपनी प्रदेश सरकार के सियासी ड्रामों पर रोक लगाएँ : भाजपा

केंद्र की आलोचना छोड़ ईमानदारी से कोरोना के खिलाफ जारी जंग को अंजाम तक पहुँचाने में ऊर्जा लगाएँ : उसेंडी

रायपुर
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने आधी-अधूरी तैयारियों के साथ कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा है। श्री उसेंडी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम को भी उनके उस ट्वीट के लिए आड़े हाथों लिया है जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्र सरकार के पैकेज पर ताना मारते हुए प्रवासी मजदूरों के लिए घड़ियाली आँसू बहाया है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री उसेंडी ने कहा कि प्रवासी मजदूरों की वापसी और बदहाली के लिए कांग्रेस और उसके गठबंधन की सरकारें ही जिम्मेदार हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पहले अपनी राज्य सरकार के सियासी ड्रामों पर रोक लगाने की पहल करें जो प्रवासी मजदूरों की यथाशीघ्र वापसी में रोड़े अटकाने का काम कर रही है। प्रवासी मजदूरों के मामले में प्रदेश सरकार की सियासी नौटंकियों की पूरी पोल खुल चुकी है और अब कांग्रेस के नेता अपनी प्रदेश सरकार के इस कलंक को धोने की नाकाम कोशिशों में जुट गए हैं। श्री उसोंडी ने कहा कि प्रवासी मजदूरों के साथ प्रदेश की सीमा पर प्रदेश सरकार और उसके नौकरशाह किस तरह अमानवीयता की पराकाष्ठा कर रहे हैं, यह सच हाल के दिनों में खुलकर प्रदेश की जनता के सामने आ चुका है। इसके बावजूद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सच का सामना करने से कतरा रहे हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री उसेंडी ने कहा कि प्रदेश के क्वारेंटाइन सेंटर्स की बदहाली की तो छोड़ो, प्रदेश सरकार ने कोविड-19 अस्पतालों में भी पूरे इंतज़ाम तक किए हैं। जांजगीर-चाँपा से लाए गए पाँच कोरोना पॉजीटिव मरीजों का इलाज बिलासपुर के उस कोविड-19 अस्पताल में शुरू कर दिया गया जहां परीक्षण और उपचार की पूरी तैयारी तक नहीं है। जिस अस्पताल में कर्मचारियों के लिए प्रदेश सरकार पीपीई सूट तक का इंतज़ाम करने में नाकारा साबित हो रही है और उन्हें कपड़े के बने डिलीवरी सूट पहनने दिया जा रहा हो, वह प्रदेश सरकार कोरोना संकट के प्रति कितनी गंभीर है, इसका सहज अनुमान लगाया जा सकता है। श्री उसोंडी ने कहा कि प्रदेश सरकार के इंतजामात की पोल यह भी है कि उक्त अस्पताल के कर्मी जब अपने ठहरने के स्थान एक लॉज में जाने लगे तो यह सूट उतरवा लिया गया ताकि अगले दिन फिर उसका उपयोग हो सके।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री उसोंडी ने कहा कि बिलासपुर के इस अस्पताल में अब तक न तो वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम पूरा हुआ है और न ही विद्युतीकरण का काम पूरा हुआ है। इसके बावजूद प्रदेश सरकार अपनी डींगें हाँकने की आदत से बाज नहीं आ रही है। प्रदेश के क्वारेंटाइन सेंटर्स सुरक्षा और दीगर इंतजामात की कमी के चलते किसी धर्मशाला से कम नहीं रह गए हैं। अभी हाल ही एक सेंटर में एक व्यक्ति द्वारा आत्महत्या कर लिए जाने के बाद अब मुंगेली जिले में किरना ग्राम पंचायत के क्वारेंटाइन सेंटर में रखे गए मजदूर योगेश वर्मा की सर्पदंश से मृत्यु हो गई। पुणे से लौटे इस मजदूर के लिए खाट या पलंग की व्यवस्था नहीं होने के कारण उसे जमीन पर ही सोना पड़ा। श्री उसेंडी ने प्रदेश सरकार और कांग्रेस नेताओं को केंद्र की आलोचना के बजाय ईमानदारी के साथ प्रदेश में कोरोना के खिलाफ जारी जंग को अंजाम तक पहुँचाने में अपनी ऊर्जा और समय खर्च करने की नसीहत दी है।

Friday 15 May 2020

कोरोना के छह और मरीज मिले

छत्तीसगढ़।
छत्तीसगढ़ में कोरोना के 6 नये मरीज मिले हैं। इनमें  से कोरिया से एक और जांजगीर से 5 मरीज हैं। सभी को रायपुर एम्स लाया जा रहा है। अब छत्तीसगढ़ में एक्टिव पॉजिटिव मरीजों की संख्या 10 हो गई है।

Thursday 14 May 2020

महासमुंद जिले में तहसीलदार, आरआई सहित 9 लोग कोरोना से संक्रमित

छत्तीसगढ़.
महासमुंद जिले में 9 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। सभी की जाँच रैपिड टेस्ट किट से की गई है. संक्रमित लोगो में सराईपाली के सिंगोड़ा चेक पोस्ट में डूयटी कर रहे  तहसीलदार, आरआई, पटवारी और स्वास्थकर्मी शामिल है. इनके अलवा तीन अन्य मजदूर शामिल हैं. सभी की जाँच रैपिड टेस्ट किट से की गई है. इसमें सभी कोरोना संक्रमित मिले है. अब सभी का अब आरटी पीसीआर किट से जांच किया जाएगा। इसके लिये सभी का सेम्पल जांच के लिये भेजा गया है। इस जांच की रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर ही इन्हें कोरोना वायरस से संक्रमित माना जाएगा। उल्लेखनीय है कि ओडिशा से आए मजदूरों का रैपिड टेस्ट करके तीनों के सैंपल जांच के लिए लैब भेजा गया था। रिपोर्ट में तीनों की कोरोना संक्रमण की पुष्टि की गई है। एक मजदूर बागबाहरा ब्लाक और दो मजदूर पिथौरा ब्लाक के बताए जा रहे हैं, हालाकिं अभी इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। जिन क्षेत्रों के मजदूर हैं। उन इलाकों को सील कर दिया गया है। स्वास्थ्य अमला उन क्षेत्रों की जांच में जुटा है। अभी तक महासमुंद जिले में एक भी कोरोना पाजिटिव मामला सामने नही आया था। अचानक तहसीलदार सहित 9 लोगो के संदिग्ध कोरोना संक्रमित मिलने से हड़कंप मच गया है.
CORONA COVID-19 क्या है और कैसे फैलता है
कोरोना वाययरस ही नहीं अब कोरोना बीयर से भी खौफ खा रहे लोग

24 घंटे में 3722 नए मामले सामने आए, 134 लोगों की मौत

देशभर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 3722 नए मामले सामने आए हैं और 134 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 78,003 हो गई है, जिनमें 49,219 सक्रिय हैं, 26,235 लोग स्वस्थ हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और 2549 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, आज ओडिशा में 73, आंध्र प्रदेश में 36, कर्नाटक में 11 और राजस्थान में 66 नए मामले दर्ज किए गए हैं।
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Saturday 9 May 2020

गंगा इमली खाते-खाते अजीत जोगी की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती

0 छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री हैं अजीत
0 गंगा इमली का बीज गले में फंसने से कॉर्डियक अरेस्ट हुआ
0 वेंटीलेटर पर हैं जोगी
रायपुर.
छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी की शनिवार दोपहर अचानक तबीयत बिगड़ गई है। उन्हें गंभीर अवस्था में नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालात गंभीर बनी हुई है। पांच डॉक्टरों की टीम उनके उपचार में लगी हुई है। बताया जाता है कि दोपहर करीब 12.30 बजे वे अपनी व्हीलचेयर से गार्डन में घूम रहे थे। इस दौरान उन्होंने गंगा इमली खाया। गंगा इमली खाते समय बीज उनके गले में फंस गया। इससे सांस लेने में परेशानी होने लगी। इसकी सूचना परिजनों ने अस्पताल में दी। अस्पताल से डॉक्टरों की टीम सागौन बंगले पहुंची। उन्हें बंगले में ही सीपीआर दी गई। फिर उन्हें सीपीआर देते हुए अस्पताल लाया गया।
अस्पताल की ओर से दोपहर को जारी प्रथम बुलेटिन के मुताबिक जोगी को बंगले में ही कार्डियक अरेस्ट आ चुका था। अस्पताल में उपचार के बाद उनका ईसीजी और पल्स चालू हो गई। इससे उनका हृदय सामान्य होने लगा। हालांकि श्वसनतंत्र सामान्य नहीं हो पाया है। उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया। और डॉक्टरों ने उनकी स्थिति को गंभीर बताया है। उल्लेखनीय है कि इस घटना से पहले अब तक उनकी दो बार हार्ट सर्जरी हो चुकी है।
सीएम ने की बात
सीएम भूपेश बघेल ने अजीत जोगी की तबीयत को लेकर उनके बेटे अमित जोगी से बात की और उनका हाल जाना। उन्होंने शासन की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। पूर्व सीएम डॉक्टर रमन सिंह ने भी उनकी पत्नी को फोन करके जोगी का हाल जाना। अस्पताल में जोगी समर्थकों की भीड़ लग गई है। उनके परिजन और मित्र अस्पताल पहुंच गए। इसके अलावा अन्य पार्टी के लोग भी पहुंचे।
प्रथम मुख्यमंत्री हैं जोगी
अजीत जोगी छत्तीसगढ़ राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री हैं। राज्य बनने के बाद तीन साल तक मुख्यमंत्री रहे। इसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को जीत मिली और 15 साल तक डा. रमन सिंह मुख्यमंत्री रहे। वर्तमान में कांग्रेस के भूपेश बघेल मुख्यमंत्री हैं। जोगी शासनकाल में भूपेश केबीनेट मंत्री थे।
मौत को दी मात

वर्ष 2004 में लोकसभा चुनाव के दौरान महासमुंद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे थे। इस दौरान राजिम से देवभाग प्रचार करने जा रहे थे। इस दौरान उनकी कार एक पेड़ से टकरा गई। इससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। उनकी रीढ़ की हड्डी में चोट आने से शरीर के नीचे का हिस्से पेरालाइज्ड हो गया। उन्हें गंभीर अवस्था में एमएमआई में भर्ती कराया गया। इसके बाद उन्हें मुंबई ले जाया गया। वहां उपचार से उनकी हालात में सुधार हुआ। इसके बाद से जोगी व्हीलचेयर पर हैं।

हमेशा चर्चा में रहे
छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री के बनने से लेकर अब तक जोगी हमेशा सुर्खियों में रहे हैं. अंतागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी मंतूराम पवार मतदान से पहले चुनाव मैदान से अचानक हट गए। इससे भाजपा प्रत्याशी को एकतरफा जीत मिली। मंतूराम के मामले में खरीद-फरोख्त होने का आरोप लगा। इसके बाद अजीत जोगी और उनके बेटे अमित जोगी ने कांग्रेस छोड़ दिया। हालांकि अभी तक मंतूराम के मामले में लगे आरोप साबित नहीं हो पाए हैं। इसके बाद जोगी ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस का गठन किया। और पिछला विधानसभा चुनाव लड़ा। उनकी पार्टी से पांच विधायक चुनकर आए। जोगी मरवाही से चुनाव जीते और उनकी पत्नी रेणु कोटा से विधायक हैं। 

Monday 4 May 2020

कोरोना वॉयरस ही नहीं अब कोरोना बीयर से भी लोग खा रहे खौफ

कोरोना बीयर की बिक्री घटी
रायपुर.
कोरोना वॉयरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। इसके साथ ही अपने ही नाम के एक ब्रांडेड बीयर को भी तगड़ा झटका दिया है। दुनियाभर में कोरोना बीयर की काफी डिमांड रहती है, लेकिन अब इसमें कमी आ गई है। लोग कोरोना वॉयरस के चलते कोरोना बीयर पीने से भी खौफ खा रहे हैं। कोरोना बीयर बहुत पहले से मार्केट में आ रही है और अचानक चीन के वुहान में आए वॉयरस का नाम भी कोरोना हो गया। इससे बीयर बिक्री प्रभावित हो गई है। इसकी बड़ी वजह कोरोना वॉयरस का पूरी दुनिया में संक्रमण होना है। कोरोना के नाम से ही बीयर भी होने के कारण लोग इसे खरीदने से हिचकने लगे हैं। कोरोना वॉयरस का नाम कोरोना बीयर से मिलता-जुलता होना केवल इत्तेफाक है। इसके चलते कोरोना बीयर बेचने वाले को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। बताया जाता है कि कोरोना वॉयरस संक्रमण का खौफ इतना है कि इसी के नाम से बिक रहे ब्रांडेड कोरोना बीयर को लेकर लोगों की रुचि कम हो गई है। उल्लेखनीय है कि कोरोना बीयर मेक्सिको में बनता है। कोरोना बीयर युवाओं में ज्यादा लोकप्रिय है। बीयर पीने वालों की संख्या पिछले दो साल के मुकाबले सबसे ज्यादा घटी है।
यह है प्रमुख कारण
कोरोना वायरस से मिलता-जुलता नाम, इस कारण लोग कोरोना बीयर पीने से हिचक रहे
सोशल मीडिया पर कोरोना के नाम से कई मीम्स और वीडियो की बाढ़ सी आ गई है
'कोरोना बीयर वायरस' और 'बीयर कोरोना वायरस' नाम से ऑनलाइन सर्च बढ़ना
कोरोना बीयर बनाने वाली कंपनी शेयर में गिरावट होना
अमेरीका में ज्यादा डिमांड
सूरज के आभा मंडल के चारों ओर दिखने वाला चमकीला रंग कोरोना कहलाता है। इसी के आधार पर बीयर का नाम कंपनी ने कोरोना बीयर रखा था। उसका कोरोना वॉयरस से कोई लेना-देना नहीं है। एक रैंकिंग के मुताबिक कोरोना बीयर अमेरिका में तीसरा सर्वाधिक लोकप्रिय बीयर ब्रांड है। अमेरिका में बिकने वाले बीयर ब्रांड में गिनीज पहले और हेनेकेन दूसरे नंबर पर है। इसके बाद कोरोना की सबसे ज्यादा मांग रहती है।
2 लाख से ज्यादा की मौत
कोरोना वॉयरस के चपेट में आने से पूरी दुनिया में 2 लाख 24 हजार 172 लोगों की मौत हो चुकी है। और 31 लाख 75 हजार 207 लोग इस वॉयरस से संक्रमित हैं। उनका अस्पतालों में इलाज चल रहा है। भारत में वर्तमान में कोरोना वॉयरस के संक्रमण से 32 राज्य प्रभावित हैं। भारत में 2 मई की स्थिति में कुल 37 हजार 776 लोग वॉयरस की चपेट में आकर संक्रमित हो चुके हैं। और 1223 लोगों की मौत हो चुकी है। https://chhattisgarhsatyakatha.blogspot.com/2020/05/blog-post.html
सोशल मीडिया में हो रहा वायरल
कोरोना संक्रमण से बचने प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के अनेक उपाय आजकल मीडिया, सोशल मीडिया में वॉयरल हो रहे हैं। सोशल मीडिया में इम्यून सिस्टम बढ़ाने के तरह-तरह के उपाय सुझाए जा रहे हैं। ऐसे फल खाने की सलाह दी जा रही है जिनमें विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में हो। बहुत से लोग तो प्रो-बायोटिक्स लेने की सलाह भी दे रहे हैं। कोई कह रहा है कि ग्रीन-टी और लाल मिर्च से कोविड-19 को कमज़ोर किया जा सकता है। ऐसी तरह-तरह के सलाह और उपाय वॉयरल हो रहे हैं। https://raipurkegothbaat.blogspot.com/2020/04/corona-covid-19.html
सामान्य बीमारियों से अलग है कोरोना
कोरोना संक्रमण और सामान्य खांसी-बुखार में अंतर होता है। हल्की खांसी, नज़ला, बुख़ार, सिरदर्द के लक्षण किसी वायरस की वजह से नहीं होते हैं, बल्कि ये हमारे शरीर की उस प्रतिरोधक क्षमता का हिस्सा होते हैं जो हमें जन्म से मिलती है। बलग़म के ज़रिए बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद मिलती है। बुखार, शरीर में वायरस के पनपने से रोकने का माहौल बनाता है। ऐसे में अगर किसी के कहने पर प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली चीज़ों का सेवन कर भी लिया जाए, तो उसका असल में कोई फ़ायदा होने वाला नहीं है। प्राकृतिक रूप से मौजूद रोग प्रतिरोधकता क्षमता से लाभ मिल सकता है।https://raipurkegothbaat.blogspot.com/2020/04/6.html