Friday 17 April 2020

CORONA COVID-19 क्या है और कैसे फैलता है



कोरोना वायरस साँस सम्बंधित बीमारी फैलाने वाला एक बड़ा वायरस परिवार है जो साधारण सर्दी-जुकाम से लेकर मर्स और सार्स जैसे कई गंभीर रोगों की वजह है। इस वायरस के परिवार में चार वायरस हैं. वर्तमान वायरस CORONA COVID-19 है, जिसने दुनिया भर में महामारी का रूप ले लिया है. और हजारो लोगों की मौत हो गई. और लाखो संक्रमित हो गए है. चीन से शुरू हुआ संक्रमण पूरी दुनिया में फैल गया है. 

CORONA COVID-19 क्या है 
कोरोनावायरस (Coronavirus) कई प्रकार के विषाणुओं (वायरस) का एक समूह है जो स्तनधारियों और पक्षियों में रोग उत्पन्न करता है। यह आर होते हैं। इनके कारण मानवों में स्वांसतंत्र संक्रमण पैदा हो सकता है जिसकी गहनता हल्की (जैसे सर्दी-जुकाम) से लेकर अति गम्भीर (जैसे, मृत्यु) तक हो सकती है। गाय और सूअर में इनके कारण अतिसार हो सकता है जबकि इनके कारण मुर्गियों के ऊपरी श्वास तंत्र के रोग उत्पन्न हो सकते हैं। इनकी रोकथाम के लिए कोई टिका या विषाणुरोधी (antiviral) अभी उपलब्ध नहीं है और उपचार के लिए प्राणी की अपने प्रतिरक्षा सिस्टम पर निर्भर करता है। अभी तक रोगलक्षणों  जैसे कि निर्जलीकरण या डीहाइड्रेशन, बुखार, आदि का उपचार किया जाता है, ताकि संक्रमण से लड़ते हुए शरीर की शक्ति बनी रहे। चीन के वुहान शहर से उत्पन्न होने वाला 2019 नोवेल कोरोना वाइरस इसी समूह के वायरसों का एक उदहारण है, जिसका संक्रमण दिसंबर 2019-20 से शुरू हुआ और पुरे विश्व में फैल गया.  WHO ने इसका नाम COVID-19 रखा है.

CORONA COVID-19 संक्रमण के चरण 
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना वायरस के अलग-अलग चरण बताए हैं और समझाया है कि किस तरह चरण दर चरण इस बीमारी का फैलना दुनिया के लिए घातक हो सकता है। जानिए इन्हीं चार चरणों के बारे में -
चरण 1 : विदेशों से आए मामले
इस चरण में मरीज किसी और देश में संक्रमित होता है। भारत में भी इस बीमारी की शुरुआत ऐसे ही हुई। कोरोना वायरस का पहला पॉजिटिव केस केरल का वो छात्र था, जो चीन की वुहान यूनिवर्सिटी में पढ़ता था। अब भी जो केस सामने आ रहे हैं, वो इटली, चीन या ईरान से लौटे हैं और इन्हीं के कारण बाकी लोगों में संक्रमण फैल रहा है।
चरण 2 : स्थानीय लोगों में संक्रमण फैलना
भारत अभी कोरोना वायरस के चरण 2 पर है। यहां बाहर से आए मरीज संक्रमण फैला रहे हैं। इसी स्थिति को रोकने की कवायद केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर कर रही हैं। जो लोग पॉजिटिव पाए जा रहे हैं, उनकी ट्रेवल हिस्ट्री यानी उन्होंने कहा-कहां यात्रा की और किन-किन लोगों के सम्पर्क में आए, यह पता लगाया जा रहा है।
चरण 3 : कम्युनिटी के बीच संक्रमण फैलना
यह चरण इसलिए घातक होता है, क्योंकि इसमें भीड़ के बीच बीमारी फैल जाती है। चीन और इटली में यही हुआ और अब इन देशों में यह बीमारी काबू से बाहर है। भारत सरकार भी जानती है कि यदि हम चरण 3 में प्रवेश कर गए तो हालात बहुत बिगड़ जाएंगे। इस चरण में यह पता लगाना मुश्किल हो जाता है कि भीड़ में मौजूद किस शख्स में संक्रमण हुआ है।
चरण 4 - महामारी
इस चरण में संक्रमण महामारी का रूप ले लेता है। चीन में ऐसा हो चुका है। इटली, ईरान, अमेरिकी इस स्तर पर पहुंच चुके हैं। यही कारण है कि इमरजेंसी घोषित कर हालात काबू में करने की कोशिश की जा रही है।

CORONA COVID-19 जैसी अन्य महामारियाँ 

सिवियर एक्यूट रेस्परेटरी सिंड्रोम (सार्स-सीओवी)
इसकी पहचान साल 2003 में हुई। साल 2002 में चीन में पहला इंसान संक्रमित हुआ। 2002-2003 में चीन/हांगकांग में करीब 650 लोगों की मौत हुई। माना जाता है यह बिल्लियों जैसे बिलाव के जरिए इंसानों में आया था।
मिडिल ईस्ट रिस्परेटरी सिंड्रोम (मर्स-सीओवी)
इस संक्रमण का पहला मामला साल 2012 में सऊदी अरब में देखा गया। मिडिल ईस्ट में इस वायरस के संक्रमण से 800 से अधिक लोगों की जान गई। यह संक्रमण ऊंट के जरिए इंसानों में फैला।
नया कोरोना स्ट्रेन (चीन में सार्स जैसा वायरस)
पहला मामला चीन के वुहान में दिसंबर 2019 के अंत में दिखा। अगले कुछ महीनों में इटली, अमेरिका, स्पेन, इंग्लैंड, भारत जैसे कई अन्य देशों में भी संक्रमण की खबरें मिलीं। अब तक एक लाख से अधिक लोगों की इससे मौत हो चुकी है। वुहान का सी-फूड बाजार इस महामारी की शुरुआत का केंद्र था। वायरस मानव से मानव में संक्रमित होता  है. इसकी पुस्टि होने तक पूरी दुनिया में फैल गया.
CORONA COVID-19 को लेकर  WHO के दिशा निर्देश
मास्क का इस्तेमाल कब करें
-एक स्वस्थ व्यक्ति तभी मास्क पहने जब वह किसी संदिग्ध 2019-नोवल कोरोना वायरस वाले व्यक्ति की देखरेख कर रहा हो
खांसी और छींक आने की स्थिति में आपको मास्क लगाना चाहिए
-मास्क लगाना तभी कारगर साबित होगा जब आप उसके साथ एल्कोहल युक्त हैंड सेनिटाइजर या साबुन से अच्छी तरह अपने हाथों को साफ कर रहे हों
-अगर आप मास्क पहन रहे हों तो आपको उसके इस्तेमाल और उसका सही तरीके से निपटान करने की पूरी जानकारी होना जरूरी है
CORONA COVID-19 में खानपान में सावधानी
कच्चे मीट और पकाए जाने वाले भोजन के लिए अलग-अलग चाकू और चॉपिंग बोर्ड का इस्तेमाल करें
खाना बनाने से पहले और बाद में अपने हाथों को अच्छी तरह से धोना चाहिए
CORONA COVID-19 दूसरों को बीमार होने से बचाएं
खांसने और छींकने की स्थिति में अपने मुंह को टिशू पेपर या अपनी मुड़ी हुई कोहनी से ढकें।
टिश्यू इस्तेमाल करने के तुरंत बाद उसे डस्टबिन में डालें
बीमार होने से बचने के लिए खांसने और छींकने के तुरंत बाद और किसी व्यक्ति की बीमार व्यक्ति की देखभाल करते समय अपने हाथों को एल्कोहल युक्त हैंड सेनिटाइजर या साबुन और पानी से अच्छी साफ करें।
CORONA COVID-19 में आइसोलेशन कैसे करें
दोस्तों से बात करे - संकट के दौरान आप सामान्य तौर पर दुखी, चिंतित, भ्रमित, डरे हुए या क्रोधित हो सकते हैं
भरोसेमंद और मदद करने योग्य व्यक्तियों से बात करें। अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों से संपर्क करें।
जीवन शैली बदलें - अगर आपका घर पर रहना जरूरी है तो स्वस्थ जीवन शैली अपनाएं। अच्छा खानपान, नींद और व्यायाम करने पर जोर देना चाहिए। जान पहचान वालों और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ ई-मेल या फोन के माध्यम से संपर्क बनाए रखें। मानसिक रूप से भावुक होने की स्थिति में किसी भी प्रकार के ड्रग्स, एल्कोहल या धूम्रपान का इस्तेमाल करने से बचें।
काउंसलर की मदद लें -अगर आप ज्यादा चिंतित महसूस कर रहे हैं तो आप किसी स्वास्थ्यकर्मी या काउंसलर से परामर्श ले सकते हैं। इसके साथ ही शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए मदद कहां से लेनी है, या उस दौरान क्या करना है आदि जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। खतरे को कम करने के लिए इससे संबंधित सभी प्रकार की सही और सटीक जानकारी हासिल करें। आप चाहें तो विश्व स्वास्थ्य संगठन की वेबसाइट, जिला या राज्य स्वास्थ्य एजेंसी से इसकी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
कोरोना पर मीडिया टीवी चैनल पर दिखाए जा रहे कार्यक्रम जिनको देखने या सुनने पर चिंता और बैचेनी होने लगे उन्हें देखने से बचें। अपने पिछले अनुभव जिसमें आपने विपरीत परिस्थितियों का सामाना किया था उसी धैर्य से इस महामारी का सामना करें।
CORONA COVID-19 और भारत 
कोरोना वायरस लगातार फैल रहा है। भारत में इसे काबू करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। लोगों को जागरुक बनाया जा रहा है और संक्रमण को फैलने से रोकने के तमाम उपाय किए जा रहे हैं। यह ऐसी संक्रामक बीमारी है जो छींकने, खांसने या बोलने के दौरान फैलती है। कोरोना वायरस के संक्रमण का अभी कोई इलाज नहीं है। यही कारण है कि बीमारी को फैलने से रोकने पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है। भारत  के 32 राज्य संक्रमण से प्रभवित है और 1३ हजार से अधिक CORONA COVID-19 से संक्रमित है और 400 से ज्यादा लोगो की मौत हो चुकी है। 
CORONA COVID-19 की जाँच 
भारत सरकार की ओर से विदेशों से आने वाले लोगों को एयरपोर्ट पर ही स्क्रीनिंग यानी जांच की जा रही है। जिन लोगों में भी संक्रमण के संकेत नजर आ रहे हैं, उन्हें 14 दिन के लिए आइसोलेशन में रखा जा रहा है। सरकार के प्रोटोकॉल के अनुसार, जो लोग कोरोना वायरस प्रभावित देशों जैसे चीन, इटली, अमेरिका, ईरान, रूस व अन्य यूरोपीय देशों से भारत लौट रहे हैं, वे अपनी जांच जरूर करवाएं। साथ ही यदि कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए जाते हैं तो जिन-जिन के सम्पर्क में आए हैं, उनकी भी जांच करवाई जानी चाहिए।
CORONA COVID-19 में 20 के बाद मिलेगी छूट    
गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए लॉकडाउन निर्देशों के एक नए सेट के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाले सभी उद्योगों को शहर की सीमा के बाहर, 20 अप्रैल से फिर से खोलने की अनुमति दी जाएगी, क्योंकि वे CORONA COVID-19 संक्रमण के खिलाफ सामाजिक सुरक्षा मानदंडों और अन्य सुरक्षा उपायों का पालन करते हैं। इसके अलावा, "सार्वजनिक स्थानों और कार्य स्थानों पर फेस कवर और मास्क पहनना अनिवार्य है।" थूकना एक दंडनीय अपराध है और शराब, गुटखा और तंबाकू की बिक्री पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध होना चाहिए। संशोधित दिशानिर्देश कई क्षेत्रों में छूट प्रदान करते हैं, जिन्हें राज्य और जिला अधिकारियों के विवेक पर लागू किया जाना है, उन क्षेत्रों में जिन्हें संक्रमण हॉटस्पॉट के रूप में पहचाना नहीं गया है। ग्रामीण उद्योगों के अलावा, दिशानिर्देश ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों, सिंचाई परियोजनाओं, भवनों और औद्योगिक परियोजनाओं के निर्माण की अनुमति देते हैं। नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के निर्माण की भी अनुमति होगी। शहरी क्षेत्रों में, केवल सीटू निर्माण परियोजनाओं की अनुमति होगी, यदि श्रमिक साइट पर उपलब्ध हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में ईंट भट्टे भी काम फिर से शुरू कर सकते हैं। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) कार्य को सामाजिक भेद और चेहरे के मुखौटे के सख्त कार्यान्वयन के साथ सिंचाई और जल संरक्षण कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी। इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर, आईटी मरम्मत, मोटर यांत्रिकी और बढ़ई द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं को भी अनुमति दी जाएगी।
विशेष आर्थिक क्षेत्रों में निर्यात और अन्य औद्योगिक गतिविधियां, निर्यात उन्मुख इकाइयां और अन्य औद्योगिक संपदाएं और टाउनशिप फिर से खुल सकती हैं, जब तक कि श्रमिकों को परिसर के भीतर या आस-पास के भवनों में रहने की व्यवस्था की जाती है। आईटी हार्डवेयर विनिर्माण, ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य प्रसंस्करण और जूट उद्योगों को लॉकडाउन के लिए अन्य नई छूटों में से एक हैं। आईटी और आईटी-सक्षम सेवाओं को भी 50% शक्ति के साथ कार्य करने की अनुमति होगी। दिशानिर्देशों का कहना है कि तालाबंदी अवधि के दौरान संचालित करने वाले कारखानों और कार्यालय प्रतिष्ठानों को अनिवार्य रूप से श्रमिकों के लिए चिकित्सा बीमा प्रदान करना चाहिए। एमएचए द्वारा जारी संशोधित दिशानिर्देशों में कहा गया है कि हवाई, रेल, मेट्रो, सार्वजनिक बसों, टैक्सियों, कैब एग्रीगेटरों द्वारा यात्रा निलंबित रहेगी। सिनेमा हॉल और मॉल बंद रहें। सभी सामाजिक / धार्मिक समारोहों को 3 मई तक प्रतिबंधित कर दिया गया है और सभी औद्योगिक और वाणिज्यिक इकाइयों को, जब तक कि छूट नहीं दी जाती, बंद रहेगी।
राज्य 20 अप्रैल से अनुमति दी जाने वाली अतिरिक्त सार्वजनिक गतिविधियों का फैसला करेंगे। अतिरिक्त सुविधाओं को लॉकडाउन के उपायों पर मौजूदा दिशानिर्देशों के सख्त अनुपालन पर आधारित होना होगा। CORONA COVID-19 महामारी के मद्देनजर लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया गया था, और विस्तारित लॉकडाउन के दौरान लोगों द्वारा सामना की जाने वाली "मुश्किलों को कम करने" के लिए, 20 अप्रैल से कुछ अतिरिक्त गतिविधियों की अनुमति दी जानी है। देश में "CORONA COVID-19 महामारी की रोकथाम" के लिए राज्यों द्वारा पीछा किए जाने वाले ऐसे दिशानिर्देशों का पहला सेट 24 मार्च को आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत देश में पहली बार लागू किया गया था।

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